भूमिका – जवाहरलाल स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे। जवाहरलाल नेहरू संसार के महान् राजनीतिज्ञों में एक थे । वे एक महान् पिता के महान् पुत्र थे ।
बाल्यावस्था (जीवनी) / जवाहरलाल नेहरू कौन थे? उनकी जीवनी पर प्रकाश डालें- जवाहरलाल का जन्म 14 नवम्बर, 1889 ई० को इलाहाबाद में हुआ । उनके पिता मोतीलाल नेहरू एक सफल वकील थे । जवाहरलाल धनी माता-पिता के एकमात्र पुत्र थे । इसलिए उनका लालन-पालन बहुत आराम में हुआ ।
राजनीति — उनको घर पर यूरोप की शिक्षिकाओं और शिक्षकों ने शिक्षा दी । तब उन्हें इंग्लैण्ड के हैरो और कैम्ब्रिज में शिक्षा मिली । वे इंगलैण्ड में सात वर्षों तक रहे । कानून की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद वे 1992 ई० में भारत लौटे । वे इलाहाबाद के उच्च न्यायालय में वकालत करने लगे ।
भारत के स्वतंत्रता संघर्ष में उनकी बहुत रुचि थी । उन्होंने अपने आरामदेह जीवन का त्याग कर दिया । वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शरीक हो गये । इस प्रकार उन्होंने अपने देश की सेवा करने के लिए कठिन जीवन को चुना। वे जल्दी ही एक महान नेता हो गए । वे कई बार जेल भेजे गए लेकिन उन्होंने अपना साहस नहीं छोड़ा। उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए किए गए आंदोलन में सक्रिय भाग लिया ।
उनकी महत्ता ( देश हित में ) / उन्होंने देश के लिए क्या किया – जब भारत स्वतंत्र हुआ तब वे प्रथम प्रधानमंत्री हुए। वे अपने जीवन के अंतिम क्षण तक इस पद पर रहे। वे एक महान् नेता थे। उनके नेतृत्व में भारत ने संसार के राष्ट्रों में एक महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त कर लिया । उन्होंने देश को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर किया ।
उपसंहार – 27 मई, 1964 ई० को उनका स्वर्गवास हो गया । उनकी मृत्यु पर बहुत शोक मनाया गया। देश के लिए उनका महान् बलिदान बराबर याद रखा जाएगा। वे न केवल एक महान नेता थे बल्कि वे एक महान् लेखक और वक्ता भी थे। । उन्होंने कई अच्छी पुस्तकें लिखीं। वे शांति के एक महान् प्रेमी थे ।