काल – Kaal

कालप्रश्न 1. काल किसे कहते हैं ? काल के कितने भेद होते हैं ?उत्तर- क्रिया के उस रूपान्तर को 'काल' कहते हैं, जिससे उसके कार्य-व्यापार का समय और उसकी पूर्ण…

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वाच्य – Vachya

वाच्यपरिभाषा - वाच्य उसे कहते हैं जिससे पता चलता है कि वह कर्त्ता के विषय में कह रहा है या कर्म के विषय में या भाव के विषय में। क्रिया…

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विविध क्रियाएं – Vividh Kriyaen

विविध क्रियाएंक्रियाप्रश्न- क्रिया किसे कहते हैं ? सोदाहरण स्पष्ट कीजिए ।उत्तर- जिस शब्द से किसी काम का करना या होना प्रकट हो, उसे क्रिया कहते हैं। जैसे - खाना, पीना,…

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मित्रता – Mitrata

भूमिका – मनुष्य स्वयं में अधूरा है। उसे अपने सुख-दुःख बाँटने के लिए तथा अपने मन की बात कहने के लिए भागीदार की आवश्यकता पड़ती है। सच्चा मित्र ही इस…

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देश भक्ति – Desh Bhakti

भूमिका – अपनी मातृभूमि, समाज और देश के प्रति प्रेम, सद्भावना और कर्म ही देशभक्ति है । देश के प्रति भक्ति इसके प्रत्येक व्यक्ति का कर्त्तव्य है, क्योंकि तभी देश…

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समाचार – पत्र ज्ञान का सशक्त साधन – Samachar Patra Gyan ka Sashakt Sadhan

समाचार-पत्र की आवश्यकता -- इन दिनों समाचार पत्र जीवन की आवश्यकता बन गया है। यह बाजार में लगभग सभी भाषाओं में उपलब्ध होता है। 'समाचार पत्र प्रजातंत्र के प्रहरी हैं।'…

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राष्ट्रीय एकता – Rashtriy Ekta

एकता में बल है – पारिवारिक जीवन की तरह सामाजिक तथा राष्ट्रीय जीवन में भी एकता का महत्त्वपूर्ण स्थान है । वहाँ भी यह सिद्धान्त दृढ़तापूर्वक कार्यशील रहता है। कि…

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देश – प्रेम – Desh Prem

देश-प्रेम का अर्थ देश-- प्रेम अर्थात् देश के प्रति प्रेम या लगाव । देश-प्रेम को अपने देश के प्रति प्रेम और वफादारी से परिभाषित किया जा सकता है। जो लोग…

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समय की महत्ता – Samay ki Mahtta

भूमिका – समय जीवन की गति होता है। सृष्टि की सभी घटनाएँ तथा सभी बातें समय से बँधी होती हैं। समय को काल, क्षण, पल, युग, वर्ष, घंटा, मिनट आदि…

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