Class 10 Geography Chapter 1 question answer in Hindi- Best for 2023

इस पोस्ट में हम Class 10 का Geography Chapter 1 के Question answer in Hindi 2023 को देखेंगे। Geography Social Science एक इम्पॉर्टन्ट सब्जेक्ट है। अगर आप class 10 के छात्र है जो इस बार Bihar Board Matric (मैट्रिक) 2023 का इग्ज़ैम देने वाले है तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत जरूरी है। जैसा की हम जानते है Geography एक महत्वपूर्ण विषय है जिससे इग्ज़ैम में लगभग 25-30 अंक के प्रश्न पूछे जाते है। यहाँ आपको Geography के Objective के साथ Geography Subjective, Social Science Model Paper, Social Science का Pervious Year Question Paper सब का लिंक आपको दिया गया है। इसलिए इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें।

Class 10 Bhugol Question Answer Chapter 1- Best for 2023

भारत: संसाधन एवं उपयोग

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. कोयला किस प्रकार का संसाधन है ?

(A) अनवीकरणीय

(C) जैव

(B) नवीकरणीय

(D) अजैव

उत्तर-(A)

2. सौर ऊर्जा निम्नलिखित में से कौन-सा संसाधन है?

(A) मानवकृत

(B) पुनः पूर्तियोग्य

(C) अजैव

(D) अचक्रीय

उत्तर-(B)

3. तट रेखा से कितने किमी क्षेत्र सीमा अपवर्जक आर्थिक क्षेत्र कहलाते हैं ?

(A) 100 N.M.

(B) 200 N.M.

(C) 150 N.M.

(D)250 N.M.

उत्तर-(B)

4. डाकू की अर्थव्यवस्था का संबंध है-

(A) संसाधन संग्रहण से

(B) संसाधन के नियोजित दोहन से

(C) संसाधन के विदोहन से

(D) इनमें से कोई नहीं

उत्तर-(B)

5. समुद्री क्षेत्र में राजनैतिक सीमा के कितनी किमी क्षेत्र तक राष्ट्रीय सम्पदा निहित हैं-

(A) 10.2 किमी

(B) 15.5 किमी०

(C) 12.2 किमी

(D) 19.2 किमी.

उत्तर-(C)

6. निम्नलिखित में से किसका कथन है- ‘संसाधन होते नहीं, बनते हैं ? 

(A) जिम्मरमैन

(B) माल्थस

(C) डार्विन

(D) इरेटॉस्थनीज

उत्तर-(A)

7. निम्नलिखित प्राकृतिक सम्पदाओं में किसका भण्डार सीमित है ?

(A) कोयला

(B) हवा

(C) मिट्टी

(D) सौरशक्ति

उत्तर-(A)

8. पंजाब किस प्रकार के संसाधन के मामले में गरीब है?

(A) खनिज

(B) कृषि

(C) जल

(D) मानव

उत्तर-(A)

9. मछलियों के अस्तित्व को खतरे में कौन डाल सकता है?

(A) वर्षा जल

(B) सागर जल

(C) बाँध

(D) दूषित जल

उत्तर-(D)

10. ब्रुन्टलैंड किस देश की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं?

(A) भारत

(B) ब्रिटेन

(C) नार्वे

(D) जापान

उत्तर-(C)

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. संसाधन को परिभाषित कीजिए।

हमारे पर्यावरण में पाई जाने वाली प्रत्येक वस्तु जो हमारी जरूरतों को पूरा कर सकती है, संसाधन कहलाती है। शर्त यह है कि वस्तु तकनीकी रूप से सुगम, आर्थिक रूप से उपयोगी तथा संस्कृति रूप से मान्य हो। जैसे – भूमि, मृदा, जल, खनिज, जीव इत्यादि।

2. संभावी एवं संचित – कोष संसाधन में अंतर स्पष्ट कीजिए।

किसी भी देश या क्षेत्र में कुछ ऐसे संसाधन होते हैं जिनका उपयोग वर्तमान में नहीं हो रहा होता है। इन्हें संभावी संसाधन कहते हैं। उदाहरण: गुजरात और राजस्थान में उपलब्ध सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा,हिमालयी क्षेत्र का खनिज।

संचित-कोष संसाधन – ऐसे संसाधन भंडार जिसे वर्तमान तकनीक के आधार पर प्रयोग में लाया जा सकता है, लेकिन इनका उपयोग प्रारंभ नहीं हुआ है। इन्हें संचित-कोष संसाधन कहते हैं। जैसे- नदी जल भविष्य में जल विधुत उत्पन्न करने में उपयुक्त हो सकते है। 

3. संसाधन संरक्षण की उपयोगिता को लिखिए।

संसाधनों का अंधाधुंध या अत्यधिक उपयोग – विभिन्न सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय समस्याओं को जन्म देता है। इन समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न स्तरों पर संरक्षण की आवश्यकता है। संसाधनों का नियोजन एवं विवेकपूर्ण उपयोग ही संरक्षण कहलाता है। 

संसाधन संरक्षण की निम्नलिखित उपयोगिताएं हैं –

  • 1. संसाधनों का नियोजित एंव विवेकपूर्ण उपयोग करना ।
  • 2 . आने वाली पीढ़ी को देखते हुए संसाधनों का उपयोग करना ।
  • 3 . लोगों को संसाधनों के रक्षा के प्रति जागरूक करना ।
  • 4 . संसाधनों का अनावश्यक बर्बादी को रोकना ।

4. संसाधन – निर्माण में तकनीक की क्या भूमिका है, स्पष्ट कीजिए ।

संसाधन – निर्माण में तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका है। भौतिक एवं जैविक संसाधन दोनों पदार्थ तकनीक के सहारे ही जीवनोपयोगी हो पाते हैं। प्रौद्योगिकी एक महत्वपूर्ण कारक है जो पदार्थों को संसाधनों में परिवर्तित करता है। लोग स्वयं सबसे महत्वपूर्ण संसाधन हैं। यह उनके विचारों, ज्ञान, आविष्कारों और खोजों के लिए है जो अधिक संसाधनों के निर्माण की ओर ले जाते हैं। जब पर्यावरण में मानव द्वारा जनप्रिय तकनीक का प्रयोग होता है तब सभ्यता विकसित होती है। जैसे- नदी के पानी से बिजली उत्पन्न करना, वायु से पवन ऊर्जा उत्पन्न करना।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

1. संसाधन के विकास में ‘सतत विकास’ की अवधारणा की व्याख्या कीजिए।

संसाधन मनुष्य की जीविका का आधार है । जीवन की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए संसाधनों के सतत विकास की अवधारणा आवश्यक है । संसाधन को प्रकृति का उपहार मानकर मानव ने इसका अंधा – धुंध उपयोग करना शुरू किया , जिसके कारण पर्यावरणीय समस्याएं भी उत्पन्न हो गए हैं । संसाधनों के भंडार में चिंतनीय ह्रास ला दिया है ।

          शक्ति संपन्न लोगों ने अपने स्वार्थ में संसाधनों का विवेक ही दोहन किया जिससे विश्व परिस्थितिकी में घोर संकट पैदा हो गया । भूमंडलीय तापन ओजोन परत में क्षय पर्यावरण प्रदूषण अम्लीय वर्षा ऋतु परिवर्तन जैसे संकट पैदा होते जा रहे हैं । अगर यह परिस्थिति बनी रही तो संसार के सभी मानव का जीवन संकट में पड़ जाएगा ।

          इन परिस्थितियों से बचने के लिए संसाधनों का नियोजित उपयोग जरूरी है । इससे पर्यावरण को बिना क्षति पहुंचाए भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर वर्तमान विकास को कायम रखा जा सकता है । ऐसी सोच ही सतत विकास कही जाती है । इससे वर्तमान विकास के साथ भावी पीढ़ी की आवश्यकताएं भी पूरी होंगी और भविष्य भी सुरक्षित रह सकेगा।

2. स्वामित्व के आधार पर संसाधन के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन कीजिए।

स्वामित्व के आधार पर संसाधन के चार प्रकार होते हैं –

1. व्यक्तिगत संसाधन – ऐसे संसाधन किसी खास व्यक्ति के अधिकार क्षेत्र में होता है । जिसके बदले में वह व्यक्ति सरकार को लगान भी चुकाते हैं, जैसे – खेत की जमीन, घर, बाग, बगीचा, तालाब आदि ऐसे संसाधन है जिस पर व्यक्ति निजी स्वामित्व रखता है ।

2 . सामुदायिक संसाधन – ऐसे संसाधन किसी खास समुदाय के अधीन होता है जिसका लाभ विशेष समुदाय के लोगों के लिए सुलभ होता है , जैसे चारागाह, श्मशान घाट, मंदिर, मस्जिद, समुदायिक भवन, तालाब आदि।

3 . राष्ट्रीय संसाधन – कानूनी तौर पर देश या राष्ट्र के अंतर्गत सभी उपलब्ध संसाधन राष्ट्रीय हैं। सरकार को यह वैधानिक हक है कि वह व्यक्तिगत संसाधनों का अधिग्रहण आम जनता के हित में कर सकती है। सरकार को अधिग्रहित संसाधन का मुआवजा देना पड़ता है।

4. अंतर्राष्ट्रीय संसाधन – ऐसे संसाधनों का नियंत्रण अंतरराष्ट्रीय संस्था करती है। तट रेखा से 200 किलोमीटर की दूरी को छोड़कर खुले महासागरीय संसाधनों पर किसी देश का अधिपत्य नहीं होता है। ऐसे संसाधनों का उपयोग सिर्फ अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की सहमति से किसी राष्ट्रीय द्वारा किया जा सकता है।