संचार क्रांति – Sanchar Kranti

भूमिका – वर्तमान का दौर संचार क्रांति का दौर है। संचार क्रांति की इस प्रक्रिया में जनसंचार माध्यमों के भी आयाम में परिवर्तन हुए हैं। आज की वैश्विक अवधारणा के अंतर्गत सूचना एक हथियार के रूप में परिवर्तित हो गयी है।

संचार क्रांति का स्वरूप- आज का सूचना जगत गतिमान हो गया है। इसका व्यापक प्रभाव जनसंचार माध्यमों पर पड़ा है। पारम्परिक संचार माध्यमों, समाचार-पत्र, रेडियो और टेलीविजन की जगह वेब मीडिया ने ले ली है। वेब पत्रकारिता आज समाचार पत्र-पत्रिका का एक बेहतर विकल्प बन चुका है। न्यू मीडिया, ऑनलाइन मीडिया, साइबर जर्नलिज्म और वेब जर्नलिज्म जैसे कई नामों से वेब पत्रकारिता को जाना जाता है। वेब पत्रकारिता प्रिंट और ब्रॉडकास्टिंग मीडिया का मिला-जुला रूप है । यह टेक्स्ट, पिक्चर्स, ऑडियो और वीडियो के जरिए स्क्रीन पर हमारे सामने है। माउस के सिर्फ एक क्लिक से किसी भी खबर या सूचना को पढ़ा जा सकता है। यह सुविधा 24 घंटे और सातों दिन उपलब्ध होती है जिसके लिए किसी प्रकार का मूल्य नहीं चुकाना पड़ता ।

संचार क्रांति से लाभ – भारत में वेब पत्रकारिता को लगभग एक दशक बीत चुका है। हाल ही में आए ताजा आँकड़ों के अनुसार इंटरनेट के उपयोग के मामले में भारत तीसरे पायदान पर आ चुका है। आधुनिक तकनीक के जरिए इंटरनेट की पहुँच घर – घर हो गई है। युवाओं पर इसका प्रभाव अधिक दिखाई देता है। वेब पत्रकारिता के बढ़ते विस्तार के कारण ना मालूम कितने लोगों को रोजगार मिल रहा है। मीडिया के विस्तार ने वेब डेवलपरों एवं वेब पत्रकारों की माँग को बढ़ा दिया है | वेब पत्रकारिता किसी अखबार को प्रकाशित करने और किसी चैनल को प्रसारित करने से अधिक सस्ता माध्यम है। चैनल अपनी वेबसाइट बनाकर उन पर ब्रेकिंग
न्यूज, स्टोरी, आर्टिकल, रिपोर्ट, वीडियो या साक्षात्कार को अपलोड और अपडेट करते रहते हैं। आज सभी प्रमुख चैनलों (ए० बी० पी०, आजतक, स्टार, सोनी आदि ) और अखबारों ने अपनी वेबसाइट बनाई हुई है। इनके लिए पत्रकारों की नियुक्ति भी अलग से की जाती है। अतः संचार क्रांति से कई लाभों की प्राप्ति हुई है।

संचार क्रांति से हानि – मानव के लिए संचार क्रांति कितनी ही उपयोगी क्यों न हो इससे पशु-पक्षियों को काफी हानि उठानी पड़ रही है। मोबाइल फोन के रेडिएशन्स से प्राणियों की संख्या दिनानुदिन कम हो रही है। चिड़ियों की रेडिएशन से मौत हो रही है। हम मोबाइल पार्ट्स खुले में फेंक देते हैं जब मोबाइल खराब हो जाता है। खुले में मोबाइल पार्ट्स को खाकर गायें मर रही हैं। बच्चों की आँखें खराब हो रही है। इसका दिमाग पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसने साइबर क्राइम को भी बढ़ावा दिया है।

निष्कर्ष – संचार क्रांति की हानि तो अनेक हैं किन्तु लाभ भी तो अनेकानेक हैं। फिर बदलते समय के साथ हमें भी तो परिवर्तन के लिए तैयार रहना ही पड़ेगा । किसी भी सफलता के लिए कुछ कीमत तो चुकानी ही पड़ती है । अतः तमाम खतरों के बावजूद संचार क्रांति से हम अब अछूते नहीं रह सकते ।