भारतीय मजदूर – Bhartiya Majdur
भारतीय मजदूर का चित्र -- मजदूर आर्थिक व्यवस्था का प्रमुख अंग होता है। मजदूर अर्थव्यवस्था का सक्रिय एवं प्रमुख भागीदार होता है। भारतीय मजदूर कहने के लिए भले अर्थव्यवस्था का…
भारतीय मजदूर का चित्र -- मजदूर आर्थिक व्यवस्था का प्रमुख अंग होता है। मजदूर अर्थव्यवस्था का सक्रिय एवं प्रमुख भागीदार होता है। भारतीय मजदूर कहने के लिए भले अर्थव्यवस्था का…
साम्प्रदायिकता का अर्थ और कारण - साम्प्रदायिकता व्यक्ति के जीवन की अवरोधक शक्ति है जो जीवन व्यवस्था में उलझन पैदा करती है। साम्प्रदायिकता का अर्थ है किसी सम्प्रदाय की भावना…
भूमिका - गरीबी वैसा अभिशाप है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक पीछा छोड़ने का नाम नहीं लेती। यह किसी क्षेत्र विशेष या किसी खास देश का ही समस्या नहीं…
भूमिका -- भ्रष्टाचार से तात्पर्य है बिगड़े हुए अथवा भ्रष्ट आचरण की स्थिति । भ्रष्ट लोग जब सामाजिक स्तर पर नैतिक मूल्यों को ताक पर रखकर अनैतिकता फैलाते हैं और…
भूमिका - प्रदूषण का अर्थ है - प्राकृतिक संतुलन में दोष पैदा होना । न शुद्ध वायु मिलना, न शुद्ध जल मिलना, न शुद्ध खाद्य मिलना, न शांत वातावरण मिलना…
भूमिका- वृक्ष हमारे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। वह हमेशा चौकन्ना रहकर हमारी रक्षा के लिए तत्पर रहता है। इसके महत्त्व का बखान शब्दों में नहीं किया जा सकता है। वृक्ष…
भूमिका -- पुस्तकें तो बहुत हैं लेकिन कुछ पुस्तकें ऐसी हैं जो सदियों तक लोगों के गले का हार बनी हों। । 'रामचरितमानस' वैसी ही पुस्तक है जो सदियों से…
भूमिका - इस संसार में हजारों व्यक्ति हर रोज पैदा होते हैं और हजारों ही मृत्यु का ग्रास बन जाते हैं। उनका नाम तक कोई नहीं जानता । पर कई…
भूमिका- भारत की धरती ने एक ऐसा महामानव पैदा किया जिसने न केवल भारतीय राजनीति का नक्शा बदला, बल्कि संपूर्ण विश्व को सत्य, अहिंसा, शांति और प्रेम की अजेय शक्ति…
प्रश्न 1. विशेषण किसे कहते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।उत्तर— जो शब्द ‘संज्ञा' या सर्वनाम की 'विशेषता', 'गुण' और 'धर्म' बताए, उसे 'विशेषण' कहा जाता है । जैसे - लाल…