दहेज प्रथा : एक अभिशाप – Dahej Pratha ek Abhishap

भूमिका -- यह प्रथा नारी जीवन की अस्मिता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है । इस प्रथा के चलते नारी जीवन त्रस्त है । न जाने कितनी कन्याएँ इसकी बलिवेदी…

0 Comments

भारतीय मजदूर – Bhartiya Majdur

भारतीय मजदूर का चित्र -- मजदूर आर्थिक व्यवस्था का प्रमुख अंग होता है। मजदूर अर्थव्यवस्था का सक्रिय एवं प्रमुख भागीदार होता है। भारतीय मजदूर कहने के लिए भले अर्थव्यवस्था का…

0 Comments

सांप्रदायिकता : एक अभिशाप – Sampradayikta ek Abhishap

साम्प्रदायिकता का अर्थ और कारण - साम्प्रदायिकता व्यक्ति के जीवन की अवरोधक शक्ति है जो जीवन व्यवस्था में उलझन पैदा करती है। साम्प्रदायिकता का अर्थ है किसी सम्प्रदाय की भावना…

0 Comments

गरीबी – Garibi

भूमिका - गरीबी वैसा अभिशाप है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक पीछा छोड़ने का नाम नहीं लेती। यह किसी क्षेत्र विशेष या किसी खास देश का ही समस्या नहीं…

0 Comments

भ्रष्टाचार : समस्या और समाधान – Bhrashtachar Samasya aur Samadhan

भूमिका -- भ्रष्टाचार से तात्पर्य है बिगड़े हुए अथवा भ्रष्ट आचरण की स्थिति । भ्रष्ट लोग जब सामाजिक स्तर पर नैतिक मूल्यों को ताक पर रखकर अनैतिकता फैलाते हैं और…

0 Comments

प्रदूषण की समस्या – Pradushan ki Samasya

भूमिका - प्रदूषण का अर्थ है - प्राकृतिक संतुलन में दोष पैदा होना । न शुद्ध वायु मिलना, न शुद्ध जल मिलना, न शुद्ध खाद्य मिलना, न शांत वातावरण मिलना…

0 Comments

वृक्षारोपण – Vriksharopan

भूमिका- वृक्ष हमारे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। वह हमेशा चौकन्ना रहकर हमारी रक्षा के लिए तत्पर रहता है। इसके महत्त्व का बखान शब्दों में नहीं किया जा सकता है। वृक्ष…

0 Comments

हमारी प्रिय पुस्तक – Hamari Priya Pustak

भूमिका -- पुस्तकें तो बहुत हैं लेकिन कुछ पुस्तकें ऐसी हैं जो सदियों तक लोगों के गले का हार बनी हों। । 'रामचरितमानस' वैसी ही पुस्तक है जो सदियों से…

0 Comments

महात्मा गाँधी – Mahatma Gandhi

भूमिका- भारत की धरती ने एक ऐसा महामानव पैदा किया जिसने न केवल भारतीय राजनीति का नक्शा बदला, बल्कि संपूर्ण विश्व को सत्य, अहिंसा, शांति और प्रेम की अजेय शक्ति…

0 Comments